रेवाड़ी 4 जुलाई : उपायुक्त सी.जी. रजनी कांथन ने कहा कि शुद्ध पर्यावरण व जल का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। इसलिए हमें पानी की एक-एक बूंद को बचाना चाहिए और अपने जीवन में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए ताकि समय के साथ-साथ पर्यावरण व जल दोनों का संरक्षण किया जा सके।
श्री कांथन वीरवार को जिला सचिवालय सभागार में जल एवं पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बैठक में संबंधित अधिकारियों से जल एवं पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा उनसे सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण करना जल के उत्पादन करने के समान है तथा हमें अपने जीवन में 'जल है तो कल हैÓ के सिद्धांत को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें चाहिए कि हम सरकार द्वारा लागू की गई जल संग्रहण योजना को कामयाब बनाने में अपना हर संभव सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि कई जगह वाटर लेवल दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है, जिसे रोकने के लिए हमें अभी से ही सोचना होगा अन्यथा आने वाले समय में परिणाम और भी घातक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम वर्षा के जल को संचित करके भी जल संरक्षण में अपना सहयोग दे सकते हैं। उन्होंने जिला शिक्षाधिकारी को निर्देश दिए कि वे स्कूली बच्चों को जल एवं पर्यावरण संरक्षण बारे जागरूक करें तथा स्कूलों में जल संरक्षण की व्यवस्था लागू करें।
उपायुक्त ने कहा कि आज हमारे सामने पर्यावरण प्रदूषण सबसे विकट समस्या है तथा इस समस्या से निपटने और पर्यावरण को हरा भरा व प्रदूषण रहित बनाने के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए ताकि पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि बेहतर और सुविधाजनक जीवन जीने की इच्छा ने हमें स्वार्थी बना दिया है तथा अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए हम प्राकृति से खिलवाड़ कर ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याओं को निमंत्रण दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बढ़ता हुआ प्रदूषण न केवल मानव के लिए अपितु समस्त जीव जगत के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। आज का युग पर्यावरणीय चेतना का युग है। यदि हम यह कहें कि पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्वव्यापी सहयोग की आवश्यकता है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी । उन्होंने कहा कि हमें इस अभियान को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जहां भी पौधे लगाने लायक जगह है उसे चिन्हित कर वहां पौधारोपण करें ताकि वन क्षेत्र को बढाकर पर्यावरण संरक्षण को मजबूत किया जा सके।
जिला वन अधिकारी विरेन्द्र गिल ने बताया कि घटते वन क्षेत्र को देखते हुए जिले में स्टेडियम, आईटीआई, पंचायत भूमि व स्कूलों में 800 एकड भूमि पौधे लगाने के लिए चिन्हित की गई है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सुल्तान सिंह घोसवाल, जिला शिक्षाधिकारी, दशरथ सिंह चौहान, एलएन शर्मा, आनंद कुमार, पीके शर्मा व विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बैठक में अपने-अपने सुझाव रखे।
बैठक में एयूसीटी अमना तस्मीन, उपमंडल अधिकारी (ना0) अमरदीप जैन, डीएसपी विरेन्द्र कुमार, डिप्टी सीईओ जिला परिषद अमरचंद कौशिक, पार्षद कुमारी गीता, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
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