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विडियो जो आपका जीवन बदल सकता है.
Written By Shailendra on Saturday, August 24, 2013 | 1:06 AM
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10:55 PM
15 सितम्बर रेवाड़ी में हर और गूंजेगा नमो नमो
Written By Shailendra on Friday, August 23, 2013 | 10:55 PM
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की रेवाड़ी रैली की तिथि 15 सितंबर तय होते ही इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को रेवाड़ी में जुटे प्रदेश भाजपा के अनेक दिग्गज नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा, रैली के संयोजक व पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व सांसद व राष्ट्रीय सचिव डा. सुधा यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राव नरबीर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार यादव ने रैली स्थल तुलाराम स्टेडियम का जायजा लिया। पत्रकार सम्मेलन में पार्टी नेता डा. अनिल जैन, मनीष ग्रोवर, उमेश अग्रवाल, गार्गी कक्कड़, ओमप्रकाश ग्रोवर, सतीश खोला, हजकां के जिला अध्यक्ष ठेकेदार राजेन्द्र सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य लक्ष्मण सिंह यादव, रामपाल यादव, डा. अरविन्द यादव, विजय भूषण नरूला, चांदनी चांदना, अनिल चौधरी सहित अनेक नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रो रामबिलास शर्मा ने कहा कि 25 अगस्त की सुबह 10 बजे नगर के यादव समारोह स्थल में 6 लोकसभा क्षेत्रों के जिला अध्यक्ष, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष व पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अभिमन्यु इस रैली के संयोजक और पूर्व सांसद डा. सुधा यादव को स्थानीय संयोजक नियुक्त किया गया है।
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11:09 PM
राव कपड़ों की तरह बदलते हैं राजनैतिक दल
Written By Shailendra on Thursday, August 22, 2013 | 11:09 PM
रेवाड़ी। राव नरबीर सिंह को रथ लेकर पूरे गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी ने क्या सोचकर इजाजत दी है यह तो ऊपरवाला ही जाने मगर क्षेत्र की जनता यह जरूर जानती है कि जो व्यक्तित्व किसी भी एक पार्टी का वफादार ना रहा हो वो भाजपा से क्या वफादारी निभाएगा। इतिहास गवाह है कि एक दिन में लोग जितने कपड़े नहीं बदलते राव नरबीर सिंह उससे अधिक तो पार्टियां बदल चुके हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी भी एक पार्टी रही है। उनका भारतीय जनता पार्टी में दोबारा आना अपने आप एक सवालिया निशान छोड़ रहा है कि उनकी स्वयं की तो मजबूरी हो सकती है लेकिन भारतीय जनता पार्टी की उनको दोबारा पार्टी में शामिल करने के पीछे क्या मजबूरी हो सकती है, जबकि पार्टी द्वारा राव को लोकसभा का टिकट ना दिए जाने के कारण राव एक बार पहले भारतीय जनता पार्टी छोड़ गए थे। इतिहासकार जानते हैं कि सन् 1982 में राव पहली बार ताऊ देवीलाल की पार्टी से जाटूसाना विधानसभा से टिकट लेकर चुनाव लड़े थे तथा विधायक बने थे। सन् 1991 के अगले ही चुनाव में इन्होंने पार्टी बदलकर कांग्रेस का दामन थाम लिया तथा साल्हावास विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और हार गए। इसके बाद पाॢटयां बदलने का सिलसिला जारी रखते हुए बंसीलाल की पार्टी हरियाणा विकास पार्टी से सन् 1996 में सोहना विधानसभा से चुनाव लडक़र जीत ही हासिल नहीं की बल्कि कैबिनेट में मंत्रीपद भी प्राप्त किया। मंत्रीपद पर रहते हुए राव नरबीर सिंह ने औमप्रकाश चौटाला के ईशारे पर एक अन्य मंत्री जसवंत सिंह बावल के साथ मिलकर बंसी लाल से धोखा करते हुए इस्तीफा दिया तथा बंसीलाल की सरकार गिरा दी। जब औमप्रकाश चौटाला ने राव नरबीर सिंह को घास नहीं डाली तथा उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे झट से बसपा के हाथी पर चढ़ गए तथा गुडग़ांव विधानसभा से चुनाव लड़ा जिसमें वे अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। राव नरबीर सिहं इससे पूर्व भी सन् 2005 में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं तथा जाटूसाना विधानसभा से चुनाव लडक़र हार का मुख देख चुके हैं। चुनाव हारते ही राव ने भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कहते हुए हरियाणा जनहित कांग्रेस के सुप्रिमों कुलदीप बिश्रोई से हाथ मिला लिया तथा गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, यहां भी हार का मुंह देखना पड़ा और जमानत भी नहीं बची। वहीं पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कुलदीप बिश्रोइ ने राव को छ: साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। तभी से राव किसी अन्य पार्टी में जाने का जुगत में लग गए तथा गत् 6 सितम्बर 2011 को दोबारा भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश पाने में कामयाब हो गए। राजनैतिक गलियारों में सुगबुगाहट है कि अब उनकी निगाह भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले गुडग़ांव लोकसभा का चुनाव लडऩे की है जिसके मद्देनजर वे जनसंपर्क रथ यात्रा लेकर पूरे गुडग़ांव लोक सभा क्षेत्र में घूम र
हे हैं, जिसमें पार्टी के एक तिहाई पदाधिकारी व सदस्यगण उनके साथ बेशक घूम रहे हों मगर दो तिहाई पार्टी पदाधिकारी व सदस्यगण उनसे दूरी बनाए हुए हैं तथा उनके घमंडी स्वभाव के कारण उन्हें पार्टी की टिकट से रोके जाने की कूटनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं
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11:18 PM
मौके के हिसाब से पैंतरा बदल गए कैप्टन;बेटे को गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र से सैट करने की कवायद
Written By Shailendra on Wednesday, August 21, 2013 | 11:18 PM
'पैंतरेबाजी जमकर अपना काम कर रही है। कांग्रेसी नेता मौका मिलते ही पैंतरा बदलने में माहिर हो चुके हैं। करीब दो वर्ष पूर्व वित्त विभाग हाथ से निकलने के बाद अपनी ही सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाने व दक्षिणी हरियाणा के हितों की लड़ाई में राव इंद्रजीत सिंह का साथ देने की बात कहने वाले प्रदेश के बिजली मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने एक बार फिर पैंतरा बदल दिया है। अब उन्होंने साफ कर दिया है कि इंद्रजीत के कांग्रेस में रहने या नहीं रहने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
अप्रत्यक्ष रूप से 'डिप्टी सीएम की भूमिका निभा चुके कैप्टन अजय सिंह यादव ने लगातार राव इंद्रजीत सिंह व 'रामपुरा हाउस के विरोध की राजनीति की है। गत लोकसभा चुनावों में जब कांग्रेस ने परिसीमन के आधार पर बने नए
बार-बार बदलते रहे सुर
गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र से इंद्रजीत को कांग्रेस ने टिकट थमाया, तो अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी का कैप्टन ने साथ देना जरूरी नहीं समझा। हालांकि इंद्रजीत चुनाव जीतने में कामयाब हो गए। कभी सीएम को अपना 'क्लासमैट मानने वाले राव इंद्रजीत सिंह ने सांसद बनने के बाद प्रदेश सरकार का विरोध नहीं किया, लेकिन लोकसभा चुनावों के करीब आने के बाद उन्होंने विरोध की राजनीति करना शुरू कर दिया। इसका बड़ा कारण यह रहा कि इंद्रजीत को सीएम खेमे की ओर से कोई 'भावÓ नहीं दिया जा रहा था। सीएम के कार्यक्रमों तक में उनकी उपेक्षा होने लगी थी। दूसरी ओर, सीएम चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इंद्रजीत के राजनैतिक विरोधियों को महत्व देना शुरू कर दिया था। इंद्रजीत ने प्रदेश सरकार के खिलाफ दक्षिणी हरियाणा की उपेक्षा के आरोपों को लेकर मोर्चा खोलना शुरू कर दिया था। करीब 2 वर्ष पूर्व अचानक सीएम ने 'डिप्टी सीएमÓ कद छोटा करते हुए उनसे वित्त विभाग वापस ले लिया। हालांकि लगातार 6 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने वाले कैप्टन प्रदेश सरकार में सबसे वरिष्ठ नेता रहे हैं। वित्त विभाग हाथ से निकलने के साथ ही कैप्टन ने भी सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विभाग वापस पाने के लिए उन्होंने 'दिल्ली दरबार तक में फरियाद लगाने का प्रयास किया, लेकिन हुड्डा की 'डिप्लोमैसी के सामने उनकी एक नहीं चल पाई। इसके बाद कैप्टन ने राव इंद्रजीत सिंह के साथ मिलकर दक्षिण हरियाणा के हितों की लड़ाई लडऩे की घोषणा कर डाली। कैप्टन ने इंद्रजीत को नेतृत्व भी स्वीकार कर लिया।
बाद में जब कैप्टन को लगा कि सीएम खेमे के विरोध से वे टिक नहीं पाएंगे, तो एक बार फिर पाला बदलते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार की महिमा का गुणगान शुरू कर दिया। दक्षिणी हरियाणा में सीएम की रैली कराने के लिए भी जब गत वर्ष उन्होंने सीएम को बुलाने की घोषणा की, तो ऐन मौके पर सीएम के इंकार करने के बाद कैप्टन की हालत एक बार फिर खराब हो गई। उन्होंने फिर से पैंतरा बदलते हुए प्रदेश सरकार पर दक्षिणी हरियाणा की उपेक्षा के आरोप लगाने शुरू कर दिए।
मना करने के बाद कराई रैली
कुछ समय बाद उनकी गाड़ी एक बार फिर सीएम के साथ पटरी पर आई, तो उन्होंने सीएम की रैली भी करा दी। मीरपुर रीजनल सैंटर को यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने की मांग भी किसी तरह उन्होंने पूरी करा ली। अब जबकि, इंद्रजीत प्रदेश सरकार को आरोपों के घेरे में खड़ा कर रहे हैं, इंद्रजीत सरकार के बचाव में इंद्रजीत पर ही निशाना साध रहे हैं। खुद इस क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगा चुके कैप्टन अब पैंतरा चेंज करते हुए भेदभाव की बात को गलत करार देने लगे हैं। राजनैतिक विशलेषकों के अनुसार कैप्टन कहीं न कहीं दबाव में इस तरह की राजनीति कर रहे हैं।
इंद्रजीत जाएं तो बने कुछ बात
कैप्टन के लिए किसी भी सूरत में रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र छोडऩा आसान नहीं है। उनका प्रयास यही रहेगा कि वे लगातार 7वीं बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर एक बड़ा रिकार्ड कायम करें। वे अपने बेटे, लालू यादव के दामाद व प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चिरंजीव राव को गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने की फिराक में हैं। कांग्रेस की टिकट पर यह तभी संभव है, जब या तो इंद्रजीत खुद कांग्रेस छोड़ दें या फिर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा जाए। यही कारण माना जा रहा है कि वे इंद्रजीत के कांग्रेस में रहने या नहीं रहने से किसी तरह का कोई फर्क पडऩे की बात कर रहे हैं।
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11:39 PM
हुड्डा की चापलूसी के पीछे माजरा श्योराज का पीपीपी के तहत प्रस्तावित मैडीकल कालेज : सतीश यादव
Written By Shailendra on Tuesday, August 20, 2013 | 11:39 PM
रेवाड़ी: रेवाड़ी विधानसभा के ग्रामीण दौरों में स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के बिजली मंत्री कप्तान अजय सिंह
यादव पर झूठ और दोगले चरित्र की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए इनेलो प्रदेश कार्यकारिणि के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने कहा कि कुछ दिनों पहले बिजली सार्वजनिक मंचों से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा द्वारा सरकारी नौकरियों और विकास में दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव का आरोप लगाने वाले बिजली मंत्री आज मुख्यमंत्री को विकास पुरूष बता रहे है। जनता भूली नहीं है कि गत वर्ष मुख्यमंत्री पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए बिजली मंत्री ने रेवाड़ी में रैली भी स्थगित कर दी थी। आज दोबारा से मुख्यमंत्री का गुणगान करने के पीछे बिजली मंत्री का निजी स्वार्थ झलक रहा है। इनेलो नेता ने बिजली मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री को दक्षिण हरियाणा का हितैषी बताने के पीछे रेवाड़ी विधानसभा के माजरा श्योराज में पीपीपी के तहत प्रस्तावित मैडीकल कालेज नजर आ रहा है। जहां मुफ्त में जमीन पंचायत देगी और पीपीपी के तहत बनने वाले मैडीकल कालेज में हिस्सेदारी रखकर निजी स्वार्थ पूरा किया जाएगा। जिसमें बिजली मंत्री की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका नजर आ रही है। आज दक्षिण हरियाणा की उपेक्षा की आवाज उठाने की बजाए बिजली मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री की चापलूसी करने का कारण माजरा श्योराज का प्रस्तावित पीपीपी के तहत प्रस्तावित मैडीकल कालेज है। इनेलो नेता ने बिजली मंत्री पर क्षेत्र की आवाज न उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि रोहतक में मैडीकल कालेज होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने रोहतक और दिल्ली एम्स के बीच एम्स की दूसरी शाखा खोल दी परन्तु रेवाड़ी में सरकारी मैडीकल कालेज बनाना दूर यहां के सरकारी अस्पताल व ट्रामा सैन्टर मात्र प्राथमिक चिकित्सा और एमएलआर काटने तक सीमित रह गए है। गम्भीर रूप से बिमार व दुर्घटना में घायल लोगों को दिल्ली व रोहतक रैफर कर दिया जाता है ,उच्च चिकित्सा के अभाव से हर वर्ष हजारों लोगों की अकाल मौत हो जाती है। दो योजनाओं से बिजली मंत्री ने क्षेत्र में सरकारी मैडीकल कालेज खुलवाने का प्रयास करने की बजाए निजी शिक्षण संस्थान खोलने का काम किया। सतीश यादव ने कहा कि इनेलो सुप्रीमो चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने रेवाड़ी में आयोजित प्रदेश स्तरीय रैली में घोषणा की थी कि इनेलो का शासन आते ही सबसे पहले रेवाड़ी में मैडीकल कालेज बनाया जाएगा। रेवाड़ी विधानसभा की जनता आज मजबूती के साथ इनेलो के साथ खड़ी है और बूथ स्तर के कार्यकत्र्ता बनाने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि अगली सरकार इनेलो की होगी और रेवाड़ी में सरकारी मैडीकल कालेज की स्थापना की जाएगी।
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11:30 PM
एचसीए की 4वीं जिलास्तरीय शतरंज चैंपियनशिप संपन्न
Written By Shailendra on Saturday, August 17, 2013 | 11:30 PM
नारनौल। ओम इंटर नैशनल सीनियर सैंकेंडरी स्कूल, शोभापुर में एचसीए की चौथी जिलास्तरीय दो दिवसीय शतरंज चैम्पियनशिप का रविवार को समापन हो गया। इस के विभिन्न आयु वर्ग मुकाबलों में एक सौ से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। अंतिम दो मुकाबलों, अंडर-11 में आरपीएस स्कूल, कारोली के अक्षय ने जबकि अंडर-19 में आईटीआई नारनौल के सूर्य प्रकाश तथा ओपन वर्ग में मेजबान स्कूल के दीपक को चैम्पियन घोषित किया गया।
हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) ने तमिलनाडू, गोवा व गुजरात की तर्ज पर प्रदेश में शतरंज को पाठयक्रम में एक विषय के रूप में शामिल करने की मांग राज्य सरकार से की है। एचसीए के प्रदेश महासचिव कुलदीप शर्मा एवं जिला अध्यक्ष सुमन्त कुमार ने कहा कि इन मुकाबलों के विजेता तथा उप विजेता को जिलास्तरीय शतरंज टीम में चुना गया है। जोकि अक्तूबर माह में भिवानी में होने वाली राज्यस्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। अंडर-11 आयु वर्ग में आरपीएस स्कूल कारोली के अक्षय, युरेका पब्लिक स्कूल के दीपांशु सैनी, सीएल पब्लिक स्कूल के दिशान्त शर्मा क्रमश: प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय विजेता रहे, वहीं अंडर-19 आयुवर्ग में आईटीआई के सूर्य प्रकाश, खेड़ी तलवाना के शिव कुमार, विपुल यादव व सरस्वती स्कूल के अंकित भारद्वाज ने क्रमश: प्रथम से चतुर्थ स्थान पर रहे। ओपन वर्ग में मेजबान स्कूल के दीपक कुमार, कुलदीप शर्मा व ब्रह्मदत्त शर्मा क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे।
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12:54 PM
विकास के नाम पे गुमराह कर रहे है बिजली मंत्री : सतीश यादव
Written By Shailendra on Wednesday, August 14, 2013 | 12:54 PM
रेवाड़ी: धारूहेड़ा राजस्व देने में प्रदेश का अग्रणी क्षेत्र रहा है, धारूहेड़ा के उद्यौगों से सरकार राजस्व वसूलती है और धारूहेड़ा के निवासियों को बिजली-पानी, सडक़-सीवर आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बजाए धारूहेड़ा की जनता को उद्यौगों से निकलने वाला जहरीला धुआं और रसायन युक्त दूषित पानी लोगों को बिमारियां परोस रहा है। धारूहेड़ा के लोगों की बार-बार मांग करने , सडक़ों पर उतरकर आन्दोलन करने के बावजूद सरकार कुम्भकर्णी नींद सो रही है। जिसके लिए स्थानीय विधायक कैप्टन अजय सिंह यादव जिम्मेदार है जिन्हें क्षेत्र की जनता ने लगातार छह बार विधायक चुना। विधायक दो योजना से हरियाणा सरकार में पहले नम्बर के मंत्री है दो योजनाओं के कार्यकाल में बिजली मंत्री ने अपनी व अपने रिश्तेदारों की कायाकल्प कर ली। आज उनका गांव सहारनवास उनके परिवार और रिश्तेदारों के निजी शिक्षण संस्थानों का हब बन चुका है। परन्तु धारूहेड़ा के लोग नरकीय जीवन यापन कर रहे है। धारूहेड़ा क्षेत्र में जनसम्पर्क अभियान के दौरान स्थानीय विधायक पर जन समस्याओं के समाधान की बजाए निजी विकास करने का आरोप लगाते हुए इनेलो प्रदेश कार्यकारिणि केविशेष आमंत्रित सदस्य एवं पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने कहा कि धारूहेडा़ राजस्थान की सीमा से सटा हुआ है। राजस्थान भिवाड़ी के उद्यौगों से रसायन युक्त दूषित जहरीला पानी बरसाती पानी के साथ धारूहेड़ा में आ रहा है। दूषित पानी से भूमिगत पानी भी पीने के लिए उपयुक्त नहीं रहा है और कैमीकल युक्त पानी से लोगों को चर्म रोग की बिमारियां हो रही है और यह पानी धारूहेड़ा के निवासियों के लिए अभिशाप बन चुका है। विधायक हजारों करोड़ के विकास का ढोल पीट रहे है परन्तु जनता को बताए कि आजतक भिवाड़ी की ओर से आने वाले दूषित पानी को रोकने के लिए कोई योजना बनाई या अन्य विकास कार्यों की तरह दूषित पानी को रोकने के लिए कागजों में राशि खर्च कर दी गई।
इनेलो नेता ने कहा कि दो योजनाओं में हजारों करोड़ रुपए विकास कार्यों के लिए खर्च करने के बावजूद धारूहेड़ा में भिवाड़ी से आने वाले कैमीकल युक्त पानी और रेवाड़ी शहर के सीवर के पानी का प्रबन्ध आजतक नहीं हो सका है। धारूहेड़ा में आने वाले दूषित पानी के लिए विधायक व प्रशासन राजस्थान को जिम्मेदार बता कर अपनी जिम्मेदारी से बचता आ रहा है लेकिन जनता को बताए कि रेवाड़ी शहर के सीवर के गन्दा पानी की निकासी का आजतक क्या प्रबन्ध किया। वर्षों से सीवर का पानी खुले में गांवों की ओर छोडक़र लोगों को परेशान किया जा रहा है। एक गांव के ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर दूसरे गांव की सीमा में छोड़ दिया जाता है ग्रामीणों द्वारा लगातार विरोध के चलते आजकल सीवर का पानी शहर के रिहायशी एवं उद्यौगिक क्षेत्र में छोड़ दिया है जहां चन्द दिन पूर्व हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और बिजली मंत्री ने बस अड्डे का शिलांयास किया था। बस अड्डे का निर्माण आरम्भ करवाने की बजाए सीवर का पानी छोडऩा जनता के साथ धोखा है।
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